Invention of Quantum Computers - Simulation & Richard Feynman. How Idea of QUANTUM COMPUTERS was Born? What was Richard Feynman's role in Quantum Computers? EXPLAINED by AyushKaari in Hindi.
What can Quantum Computers do that even Supercomputers can’t do? The first answer is Simulation. In 1981 Prof Richard Feynman delivered his famous speech - Simulating Physics With Computers. This speed was published in the International Journal of Theoretical Physics a year later(1982). And this is how the idea of Quantum Computers took off.
What is Simulation? Why Simulating Physics is hard with even the most powerful supercomputers? And How can we use a different kinds of Computers to simulate nature? The answer involves the complexity and quantum nature of stuff at the smallest level. We’re trying to discuss all of these ideas & concepts in this video.
साल 1981 की बात है. एक फिज़िसिस्ट कंप्यूटर्स से एक काम को लेकर परेशान था. उन्होंने कई कंप्यूटर साइंटिस्ट और भौतिक-शास्त्रियों के सामने ये बात रखी. साथ में ये भी बात रखी कि कैसे इस परेशानी का इलाज निकाला जा सकता है. नतीजा ये निकला कि इस फिज़िसिस्ट की स्पीच से एक नए किस्म के कंप्यूटर्स का उदय हुआ. इन कंप्यूटर्स को हम क्वांटम कंप्यूटर्स कहते हैं. जानिए पूरी कहानी इस वीडियो में.
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CREDITS
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Edited by - Modern Farmer
Editing Assistant - Abid Ansari
Script and Narration - Ayush Yadav
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ABOUT
Ayush Yadav graduated from IIT Guwahati in 2019. After graduation, he started working with The Lallantop. Lallantop’s Editor Saurabh Dwivedi appointed him the Science Editor of Lallantop. Ayush used to host a weekly Science Show on Lallantop - Sciencekaari.
आयुष यादव नामक बालक 2019 में IIT गुवाहाटी से ग्रैजुएट हुआ. जैसे-तैसे हो गया समझो. उसके बाद इसने दी लल्लनटॉप के साथ लेख जोतना शुरू किया. संपादक सौरभ द्विवेदी की दया, करूणा और असीम प्रेम ने आयुष को लल्लनटॉप का साइंस एडिटर बना दिया. भाई का अपना एक वीकली शो आता था. साइंसकारी. उसमें ये साइंस समझाता पाया जाता था. फिर आयुष ने ये चैनल बना लिया, और यहां साइंस समझाने लगा. इसके अलावा आयुष ने कुछ खास नहीं उखाड़ा. अभी जोतने में लगा है. जब टाइम आएगा तो कलेबा करके उखाड़ने पहुंच जाएगा.
आयुष एक नंबर का घुमक्कड़, इंट्रोवर्ट और निर्लज्ज प्राणी है. इसको कुछ भी सीखने में बहुत आनंद आता है. लेकिन याद्दाश्त का कच्चा है बेचारा. सो दूसरों को पढ़ाकर सीखा हुआ समेटने की कोशिश करता रहता है.