#महामृत्युंजय मंत्र
#108 times
#Mahamrityunjaymantra
#mantra
OM tryambakam yajāmahe sugandhim pushTivardhanam,
urvārukamiva bandhanān mrrityormokshiya māmrritāt.
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे, सुगन्धिं पुष्टिवर्धनं
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मोक्षिय मामृतात्
The goal of chanting this mantra is to spiritually “ripen” so that Lord Shiva can free us from our bondage to all the material things that bind us!
इस मंत्र के जप का लक्ष्य आध्यात्मिक रूप से "परिपक्व" होना है ताकि भगवान शिव हमें उन सभी भौतिक वस्तुओं के बंधन से मुक्त कर सकें जो हमें बांधती हैं!