बस स्टॉप पे हफ्ता वसूलने आए टकलू भईया को मिथुन दा ने जमकर तोड़ा | मिथुन चक्रवर्ती ज़बरदस्त कॉमेडीसीन
मिथुन चक्रवर्ती बस स्टॉप पर एक कुली है वह नीचे से गुजरने के लिए लड़ता है और बुरे ताकतों के खिलाफ खड़ा है। मोहन जोशी ने अपनी आंखें झुग्गी झुंडों पर रखी हैं जहां कूलियों का जीवन रहता है। मिथुन खलनायकों से लड़ते हैं।